घर में चला रहा था नकली शराब का कारखाना

क्राइम ब्रांच और खजराना पुलिस ने किया गिरफ्तार

इंदौर. क्राइम ब्रांच ने नकली शराब बनाने का कारखाना पकड़ा है और पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी घर में ही कारखाना चला रहा था. आरोपी यह काम पिछले एक साल से कर रहा था. बायपास पर निकलने वाले टैंकरों से ढाबे वाले स्पीरीट लेते थे. मामले में पुलिस ने ढाबे के मालिक को भी गिरफ्तार किया है. यह कार्रवाई क्राईम ब्राँच इंदौर और थाना खजराना द्वारा संयुक्त रूप से की गई. 

डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र ने बताया कि क्राइम ब्रांच एवं थाना खजराना की टीम को सूचना मिली थी की श्याम सिंह नाम का व्यक्ती जो कि साईं शारदा पैलेस कालोनी खजराना में रहता है, घर में ही स्पीरीट से नकली देशी शराब बनाकर बेचता है. सूचना पर तत्काल थाना क्राईम ब्राँच एवं खजराना थाना की टीम व्दारा आरोपी के घर 110 साँई शारदा पैलेस कालोनी पर दबिश दी.

मौके पर पांच व्यक्ती नकली शराब तैयार करते और दो गाडियों से कच्चा माल उतारते हुए मिले. पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए आरोपी हैं. श्याम सिंह पिता नारायण सिंह (35) निवासी साँई शारदा पैलेस कालोनी, जालिम सिंह पिता शंकर सिंह (29) निवासी सांई शारदा पैलेस कालोनी, विकाश पिता ताराचंद्र उज्जैन (27) निवासी श्री कृष्णा विहार कालोनी खजराना, राहुल पिता मोहन लाल यादव (28) निवासी देवास और शहिद पिता गुल मोहम्मद (40) निवासी पाल नगर थाना औधोगिक क्षेत्र. 

यह सामान किया जब्त

आरोपियों के कब्जे से 320 लीटर स्पीरीट, देशी शराब पर लगाने वाले स्टीकर करीब (3 लाख 90 हजार)व देशी मदिरा के ढक्कन पर लगने वाले हालमार्क (करीब 2 लाख) जप्त किये गये. आरोपियों से अन्य माल के संबंध मे पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया आयशर व पिकअप मे भी देशी शराब बनाने मे का सामान रखा है.

उसमें आयशर से करीब 69 बोरीयो मे भरे 6.5 लाख देशी मदिरा के ढक्कन जप्त किये गये. पिकअप से केरामल कलर की दो केन जिसमे कुल 130 किलो केरामल कलर जिससे देशी मदिरा (मसाले वाली) बनायी जाती है जप्त किये गये. पिकअप से देशी मदिरा की बोतल कुल 3000 जप्त की गई.

ढाबे से खरीदता था स्पीरिट

आरोपी श्याम सिंह व्दारा बताया गया की वह कक्षा चौथी तक पढा है तथा मूल रुप से मंदौर जिले के दलौदा गाँव का रहने वाला है. वह विगत 14 साल से इंदौर मे रह रहा है तथा पहले जसपाल का ढाबा खजराना मे खाना बनाने का काम करता था. वह विगत 1.5 साल से नकली शराब बनाने तथा उसका माल सप्लाय करने का काम करने लगा.

उसने पूछताछ पर बताया की उसका एक साथी भागीरथ कुमावत जो की प्रतापगढ राजस्थान का रहने वाला है उसके साथ रहकर उसने स्पीरीट से शराब बनाने का काम सीखा. आरोपी व्दार पूछताछ पर बताया गया की वह इंदौर भोपाल बायपास पर स्थित अली मेवात ढाबे के मालिक सईद तथा जावेद से स्पीरीट खरीदता है तथा जितना मात्रा मे स्पीरीट लेता है उससे 2 गुना आरओ का पानी मिलाकर उससे नकली शराब बनाता है. पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया.

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